Friday, June 18, 2010

meri बात आप k साथ

आज मेरी बात करते है ...
फिर तो बस बात की हे बात रहेगी ...
नजाने क्यों आज लगा की मुझे भी आपनी बात कहानी चाहिय
आखिर क्यों नहीं भारत का सम्भिदान इसकी इजाज़त भी देता है
आज हम कहा है और किस और bad रहे है क्या इसे विकास ka nama deya ja sakta hai
vikas hai to sirf bharsta char mein